An intermittent attempt in writing fiction. A vent for necessary frustrations.
कुछ सुर ताल लगाया , कुछ साज़ किया , कुछ रंजिशों को आवाज़ किया , कुछ तबले पे हड़कंप मचाया, कुछ ऐसे शाम का आगाज़ किया
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